
चेन्नई में आनंद की पाठशाला : पहला दिन : एंडगेम
17/03/2017 -लोग कहते है आनंद शतरंज ना चुनते तो आज यह देश शतरंज की महाशक्ति ना होता दरअसल सच है भी यही । आनंद के द्वारा चेन्नई में चल रहा प्रशिक्षण शिविर सिर्फ पहली बार हो रहा कोई आयोजन नहीं है यह भारतीय शतरंज जगत के लिए एक नए सपने की शुरुआत है जिसमें आनंद नें रंग भरने की शुरुआत कर भी दी है । पाँच बार के विश्व चैम्पियन का खेल तो देश नें बहुत देखा अब उन्हे सिखाते देखना उनके विचारो को समझना यह अवसर देश के हिस्से पहली बार आया । आनंद के इस नए रोल के कई मायने है ,वह निश्चित तौर पर अब अपने खेल जीवन को जारी रखने के साथ साथ भविष्य की जिम्मेदारियाँ का संकेत भी दे रहे है । बात करे पहले दिन की तो यह पूरी तरह एंडगेम को समर्पित रहा , पढे यह रिपोर्ट