आज बनेगा इतिहास जब विश्व कप फ़ाइनल में होगी हम्पी और दिव्या की टक्कर
भारतीय शतरंज इतिहास में आज एक बहुत ही दुर्लभ दिन है जब हमारे ही देश की दो खिलाड़ी ग्रांड मास्टर कोनेरु हम्पी और ग्रांड मास्टर दिव्या देशमुख विश्व कप खिताब के लिए आपस में मुक़ाबला खेलेंगी । पहले शतरंज की महाशक्ति रहे सोवियत यूनियन रूस के लिए यह एक ऐसी घटना रही है जिस पर वह गर्व करते आया है जहां एक एक के बाद विश्व विजेता निकल रहे थे पर सोवियत रूस के विघटन के बाद धीरे धीरे यह मौके भी कम होने के संकेत मिलने लगे थे , हाल फिलहाल के दशक में चीन महिला शतरंज की महाशक्ति बनकर उभरा और आलम यह है की विश्व महिला शतरंज का खिताब पिछले नौ सालो से चीन के पास है और पिछली पाँच महिला विश्व चैंपियनशिप में से 3 बार तो चीन के खिलाड़ियों नें ही विश्व चैंपियनशिप का फाइनल खेला है । लेकिन पिछले दो शतरंज ओलंपियाड से भारतीय महिला खिलाड़ियों नें भी अपनी चमक बिखेरना शुरू कर दी थी और इस विश्व कप में भारतीय खिलाड़ियों कोनेरु हम्पी और दिव्या देशमुख नें चीन की सभी प्रमुख खिलाड़ियों को पराजित करते हुए फाइनल में जगह बनाई है और आज विश्व कप फ़ाइनल शुरू होने के पहले ही यह तय है खिताब भारत को ही मिलना है ऐसे दुर्लभ पल में अब हम खिताब की चिंता छोड़ भारत की महिला खिलाड़ियों की पीढ़ियों की टक्कर देख सकते है । पढे यह लेख
अनुभवी हम्पी या युवा दिव्या कौन जीतेगा भारत के लिए पहला विश्व कप ! !
अब से कुछ देर से ही भारत की दिव्या देशमुख सफ़ेद मोहरो से भारत की महानतम महिला खिलाड़ी ग्रांड मास्टर कोनेरु हम्पी के खिलाफ फ़ाइनल मुक़ाबले की शुरुआत करेंगी और भारतीय शतरंज प्रेमियों के लिए यह एक मुश्किल मौका होगा जब किसका पक्ष ले यह मुश्किल होगा या फिर आपके अंदर अगर तटस्थ रहकर फ़ाइनल देखने की क्षमता है तो फिर ये आज काम आने वाली है । !
कैसा रहा है अब तक का सफर ?
अगर बात करें पहले नई सनसनी बनकर उभरी दिव्या देशमुख की तो उन्होने चीन की जु जिनर , भारत की हरिका द्रोणावल्ली और चीन की तान ज़्होंगाई जैसी खिलाड़ियों को मात देते हुए फाइनल का सफर तय किया है जबकि हम्पी नें स्विट्जरलैंड अलेक्ज़ेंड्रा कोस्टेनियुक और चीन की लेई टिंगजे जैसी खिताब की प्रबल दावेदार रही खिलाड़ियों को बाहर का रास्ता दिखाया है । दोनों खिलाड़ियों के आक्रामक खेलने के तरीके के कारण ये दोनों फ़ाइनल बेहद रोमांचक हो सकते है हालांकि हम्पी की स्थितिजन्य खेल की समझ और एंडगेम की काबलियत उन्हे इस फ़ाइनल का दावेदार तो बना रही है पर ऊर्जा उम्मीद और युवाशक्ति पर सवार दिव्या भी कुछ हद तक जीत की दावेदार बन सकती है , देखेते है क्या होगा परिणाम आपको क्या लगता है ?
देखे फ़ाइनल मुक़ाबला चेबसेस इंडिया पर