महान शतरंज प्रशिक्षक ,लेखक मार्क द्वोरेत्स्की नहीं रहे
कुछ लोग अपने जीवन में खुद के द्वारा हासिल की गयी ऊंचाइयों के लिए जाने जाते है और ऐसे लोगो को हम सफल कहते है ,तो कुछ बिरले अपना सारा जीवन किसी खास उद्देश्य के लिए समर्पित कर देते है ,ये लोग दूसरों को सफल बनाने के लिए कार्य करते है ऐसे लोग महान कहलाते है ।
विश्व शतरंज जगत स्तब्ध है ,महान मार्क द्वोरेत्स्की जिन्हे सदी का सबसे बेहतरीन शतरंज प्रशिक्षक ,लेखक और शतरंज वैज्ञानिक भी कहा जाए तो गलत नहीं होगा , अब इस दुनिया में नहीं रहे , आज मॉस्को में उनका 69 वर्ष की आयु में देहांत हो गया अपना सारा जीवन शतरंज को समर्पित कर देने वाले मार्क ने खेलने की बजाय प्रशिक्षण को वरीयता दी और विश्व भर में उनकी किताबों को पढ़ना जैसे हर खिलाड़ी के लिए अनिवार्य समझा जाने लगा । आज शतरंज जगत ने आज अपना एक अनमोल हीरा खो दिया । ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे । भाव भीनी श्रद्धांजली ।
मार्क द्वोरेत्स्की नें वालेरी चेचोव ,नाना अलेक्सन्द्रिय ,सेरगे डोलमटोव ,अलेक्सी ड्रीव और अर्टुर जसुपोव जैसे दिग्गज खिलाड़ी शतरंज जगत को दिये । इसके साथ ही कुछ समय के लिए गैरी कास्पारोव ,विश्वनाथन आनंद ,वेसलिन टोपालोव ,एवगेनय बारीव , विक्टर बोलोगन और लोएक वान वेली और जाने कितने दिग्गज खिलाड़ियों को कभी न कभी प्रशिक्षण दिया ।
हमेशा अपने सज्जन व्यवहार के लिए जाने वाले महान मार्क द्वोरेत्स्की को उनके शतरंज खेल के प्रति समर्पण के लिए सादर नमन !
ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे । भाव भीनी श्रद्धांजली।
निकलेश जैन