4 लगातार जीत के साथ कैरिसा शिखर पर , क्या जीतेंगी केयर्न्स कप ?
अमेरिका में चल रहे केयर्न्स कप का आठवां मुक़ाबला भी रोमांचक रहा और पाँच में से तीन बाज़ियों में काले मोहरों से खेलते हुए खिलाड़ियों ने जीत हासिल की और अन्य दो मुक़ाबले ड्रॉ रहे। जहां एक और मेजबान देश की कैरिसा यिप ने बिबिसारा अस्सौबायेवा को पराजित करते हुए लगातार चौंथी जीत से सभी को चौंका दिया , वहीं जॉर्जिया की नाना डज़ग्निड्ज़े ने पोलैंड की अलीना काशलिन्सकाया को हराया , भारत के लिए एक झटका लगा जब जॉर्जिया की ही नीनो बट्सियाशविली ने भारत की कोनेरू हम्पी को काले मोहरों से खेलते हुए मात दी। अन्य दो बाजियाँ ड्रॉ रहीं, जिनमें चीन की तान झोंगयी और मारिया म्यूज़चुक एवं भारत की हरिका और एलिस ली की बाजियाँ शामिल हैं। पढे देवांश सिंह का यह लेख Photo: Lennart Ootes/Saint Louis Chess Club
अमेरिका की कैरिसा यिप ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए टूर्नामेंट की पाँचवीं और अपनी लगातार चौथी जीत दर्ज की। उन्होंने काले मोहरों से कज़ाख़स्तान की इंटरनेशनल मास्टर बिबिसारा अस्सौबायेवा को हराकर प्रतियोगिता के अंतिम चरण से पहले एकल बढ़त बना ली है।
काले मोहरों से खेलते हुए कैरिसा ने मॉर्फ़ी डिफ़ेंस खेलने का निर्णय लिया। मिडिल गेम में दबाव बनाने के बाद और धीरे-धीरे अपने मोहरों की स्थिति सुधारने के बाद आख़िरकार कैरिसा ने बिबिसारा से 42वीं चाल पर बड़ी ग़लती करवा ही ली और उन्होंने अपने डी फाइल के प्यादे को आगे निकालकर जीत हासिल की।
वहीं जॉर्जिया की नीनो बट्सियाशविली ने भारत की कोनेरू हम्पी को हराकर भारतीय दर्शकों को थोड़ा मायूस कर दिया और इसी के साथ दोनों भारतीय खिलाड़ी भी प्रतियोगिता की दौड़ से अब बाहर हो चुके हैं। काले मोहरों से क्वीन'स गैम्बिट डिक्लाइन्ड ओपनिंग खेलते हुए नीनो ने ओपनिंग में ही थोड़ी बढ़त बना ली थी, और मिडिल गेम आते-आते उन्होंने हम्पी के राजा पर हमला बोल दिया और कुछ शानदार चालों के साथ 34वीं चाल पर अपना घोड़ा क़ुर्बान करके नीनो ने हम्पी के राजा को पूरी तरह से अपने मोहरों से घेर लिया और अंत में नीनो के हाथी ने हम्पी के घोड़े को बंदी बनाकर यह महत्वपूर्ण बाज़ी अपने नाम की।
अन्य निर्णायक मुक़ाबले में नाना डज़ग्निड्ज़े ने पोलैंड की अलीना काशलिन्सकाया को सिसिलियन डिफ़ेन्स की मदद से मात दी। अलीना ने खेल को ड्रॉ में समाप्त करने की पूरी कोशिश की और उनके लगातार राजा को शह देने के बावजूद भी वह बाज़ी को ड्रॉ नहीं करवा पाईं और नाना ने जीत हासिल की।
सफेद मोहरों से खेलते हुए अमेरिकी एलिस ली ने भारत की ग्रैंडमास्टर हरिका द्रोणावल्ली के ख़िलाफ़ मज़बूत शतरंज का उदाहरण पेश करते हुए ड्रॉ हासिल किया और इसी ड्रॉ के साथ वह अब इस टूर्नामेंट में दूसरे स्थान पर चल रही हैं।
अंतिम राउंड में उनका मुक़ाबला हमवतन कैरिसा यिप के साथ है, अगर वह जीती वह टूर्नामेंट जीतने के साथ-साथ अपना ग्रैंडमास्टर नॉर्म भी सुनिश्चित कर लेंगी।अंतिम मुक़ाबले में चीन की तान झोंगयी और मारिया म्यूज़चुक के बीच हुआ खेल फीका नज़र आया और दोनों ही खिलाड़ियों ने स्लाव डिफ़ेन्स में 23 चालों में चालें दोहरा कर खेल को ड्रॉ करना उचित समझा।