केयर्न्स कप : हम्पी ने हरिका को हराया, बनाई एकल बढ़त
सेंट लुईस में चल रहे केयर्न्स कप के एक दिन के विश्राम के बाद कल हुआ छठा राउंड रोमांच से भरपूर रहा और पांचों बाजियों में हार और जीत का फैसला हुआ, जिसमें 4 बाजियाँ सफेद मोहरों से खेल रहे खिलाडियों ने और बची हुई एक बाजी काले मोहरों से जीती गई , दो बार की रैपिड विश्व चैम्पियन भारत की कोनेरु हम्पी नें अपनी शानदार लय को बरकरार रखते हुए एक बेहतरीन बाजी के साथ भारत की ही हरिका द्रोणावल्ली को स्पर्धा की पहली हार दी और अपनी तीसरी जीत के साथ 4.5 अंक बनाते हुए एकल बढ़त को हासिल कर लिया । हम्पी इस समय शानदार लय मे चल रही है और पुणे ग्रां प्री , नॉर्वे शतरंज में शानदार प्रदर्शन के बाद केयर्न्स कप में एक और ख़िताबी जीत की तरफ बढ़ते हुए नजर आ रही है । पढे देवांश सिंह का यह लेख । Photo: Lennart Ootes/Saint Louis Chess Club
हम्पी ने हराया हमवतन हरिका को, बनाई एकल बढ़त
सेंट लुईस में चल रहे केयर्न्स कप के शांत 5वें राउंड के बाद कल हुआ छटा राउंड रोमांच से भरपूर रहा और पांचों बाजियों में हार और जीत का फैसला हुआ, जिसमें 4 बाजियाँ सफेद मोहरों से खेल रहे खिलाडियों ने और बची हुई एक बाजी काले मोहरों से जीती गई।
राउंड 5 में दर्शकों को सिर्फ एक ही निर्णायक नतीजा मिला था जिसमें अमेरिका की कैरिसा यिप ने जॉर्जिया की नाना डज़गनिड्ज़े को सफेद मोहरों से हाथियों के एंडगेम में हराकर जीत हासिल की थी। अन्य मुकाबलों में भारत की कोनेरू हम्पी ने काले मोहरों से अमेरिका की एलिस ली को ड्रॉ पर रोका था, वहीं हरिका को चीन की तान झोंगयी के खिलाफ सफेद मोहरों से ड्रॉ खेलकर संतुष्ट होना पड़ा था। यूक्रेन की मारिया मुझचुक ने भी जॉर्जिया की नीनो बाट्सियाशविली को ड्रॉ पर रोका था और अंतिम मुकाबले में कज़ाखस्तान की बीबिसारा असाउबायेवा ने पोलैंड की एलीना काशलिंस्काया के साथ ड्रॉ खेला था। दर्शकों को इंतज़ार था कुछ शानदार बाजियों का जो कि उन्हें कल हुए राउंड 6 में देखने को मिली।
जानकारी के लिए बता दें कि राउंड 5 और 6 के बीच एक दिन खिलाड़ियों के लिए आराम का दिन था और इसमें खिलाड़ियों को तैयारी करने का, आने वाले महत्वपूर्ण मुकाबलों के लिए खुद को तैयार करने का पर्याप्त समय रहता है और शायद इसी कारण हमें 6ठे राउंड की सारी बाजियाँ एक निर्णायक मोड़ लेते हुए दिखीं।
राउंड 5 के बाद भारत की कोनेरू हम्पी, हरिका द्रोणावल्ली और अमेरिका की एलिस ली ने संयुक्त रूप से बढ़त बनाई हुई थी। राउंड 6 के सबसे महत्वपूर्ण मुकाबलों में से एक मुकाबला टूर्नामेंट में बढ़त बनाए हुए दोनों भारतीय खिलाड़ियों के बीच था।
सफेद मोहरों से खेलते हुए हम्पी ने हरिका के खिलाफ कैटलन ओपनिंग खेलने का निर्णय लिया पर ओपनिंग खत्म होते 14वीं चाल पे काफी समय सोचने के बाद हरिका ने अपना हाथी ऊँट के बदले देने का फैसला किया और यही फैसला उन्हें बाद में भारी पड़ा।
हम्पी ने उसी हाथी की बदौलत 76 चाल चली इस लंबी बाजी में धीरे-धीरे पकड़ बनाई और अंत में जीत हासिल की, हरिका हम्पी को लगभग 9 सालों में क्लासिकल शतरंज में हराने में नाकाम रही हैं। और इस जीत के साथ अब हम्पी ने टूर्नामेंट की 6 बाजियों में 4.5 स्कोर के साथ अविजित रहकर मजबूत बढ़त बना ली है।
जॉर्जिया की दोनों खिलाड़ियों के बीच हुए मुकाबले में नीनो की एक गलती उनपे बहुत भारी पड़ गई और नाना डज़गनिड्ज़े ने ड्रॉ को तरफ मुँह मोड़ चुकी बाजी को 52वीं चाल पे जीत लिया।
नीनो ने 51वीं चाल पर एक गलत प्यादा बढ़ा दिया और उन्होंने यह ध्यान नहीं दिया कि सफेद मोहरों से खेलते हुए नाना उनके ऊँट को बिना किसी दिक्कत के अपने हाथी से मारकर अगली चाल में वह हाथी भी वापस ले लेंगी। हालाँकि इस स्तर पर इस तरह की गलती होना बेहद ही दुखद और आश्चर्यजनक है पर शतरंज का खेल ही अनिश्चितताओं से भरा हुआ है।
अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय मास्टर कैरिसा यिप भी लगातार 2 जीत दर्ज कर के टूर्नामेंट में बनी हुई हैं। कैरिसा ने छठे राउंड में हुए अपने मुकाबले में चीन की तान झोंगयी को काले मोहरों से शिकस्त दी। 15वीं चाल पर पहली और 22वीं चाल में अपना दूसरा प्यादा मुफ्त में देने के बाद भी तान झोंगयी पोजिशन का फायदा उठाने में नाकाम रहीं और कैरिसा ने उन्ही प्यादों के बल पे 38वीं चाल पे तान झोंगयी की रानी और चंद चालों बाद बाजी भी आसानी से जीत ली।
कज़ाखस्तान की बीबिसारा असाउबायेवा से खेलते हुए अमेरिका की एलिस ली, जो की इस टूर्नामेंट की सबसे कम रेटेड खिलाड़ी भी हैं, उन्होंने सिसिलियन डिफेंस खेलने का निर्णय तो लिया पर वह बीबिसारा के शानदार हमले से खुद को बचा नहीं पाईं और उनका डिफेंस बीबिसारा के अटैक के सामने फीका नज़र आया।16वीं चाल पे f6 खेलने की गलती के बाद एलिस का राजा बोर्ड के बीच में ही क़ैद होकर रह गया और 4 चालों बाद ही बीबिसारा ने मुफ्त में एलिस का हाथी मार गिराया और 25वीं चाल पे एलिस ने हाथ आगे बढ़ाकर अपनी हार स्वीकार की।
अंतिम मुकाबले में पोलैंड की एलीना काशलिंस्काया ने यूक्रेनियन मारिया मुझचुक पे सफेद मोहरों से जीत हासिल कर के खुद को आने वाले मुकाबलों के लिए मजबूत स्थिति में लाके खड़ा कर दिया है और अभी वही भारत की हम्पी के बाद दूसरे स्थान पर बनी हुई हैं। रेती ओपनिंग से शुरू हुई बाजी में मारिया की पहली गलती 24 चालों बाद हुई और एलीना ने इसका खूब फायदा उठाया और उन्होंने कुछ चालों बाद ही मारिया के हाथी के बदले अपना ऊँट देकर बढ़त बना ली थी, एक शानदार गेम का नमूना पेश करते हुए और अंत में मारिया के घोड़े को अपने हाथी से बंदी बनाकर एलीना ने जीत हासिल की।
अभी की स्थिति में 6 राउंड के बाद:
पहले स्थान पर: भारत की कोनेरू हम्पी 4.5/6 पॉइंट, दूसरे स्थान पर पोलैंड की एलीना काशलिंस्काया 4/6 पॉइंट और तीसरे स्थान पर भारत की ही हरिका द्रोणावल्ली 3.5/6 पॉइंट पर चल रहे हें केयर्न्स कप से इस वर्ष फिर खुशखबरी आने की पूरी उम्मीद है।