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राष्ट्रीय खेल दिवस: शतरंज को मिले और सम्मान

by Niklesh Jain - 29/08/2019

लेख लिखने में शायद थोड़ा देर हो गयी पर लगा की चलो इस पर बात की जाए । 29 अगस्त भारत के खेल जगत के लिए खासा महत्व रखता है इस दिन को  29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन देश के महान हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद की जयंती का है। ध्यानचंद ने भारत को ओलंपिक खेलों में गोल्ड मेडल दिलवाया था। इसकी वजह से भारत की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनी थी।  उनके सम्मान में 29 अगस्त को हर वर्ष भारत में राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है। ध्यानचंद की जयंती के दिन ही खेल जगत में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को भारत के राष्ट्रपति द्वारा खेलों में विशेष योगदान देने के लिए राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों से सम्मानित किया जाता है। भारतीय खिलाड़ियों को राजीव गांधी खेल रत्न, ध्यानचंद पुरस्कार और द्रोणाचार्य पुरस्कारों के अलावा अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है। शतरंज अब तक कितने खिलाड़ियों को यह अवार्ड मिला है और क्यूँ शतरंज खिलाड़ी इससे थोड़े दूर नजर आते है आइये नजर डालते है । 

सबसे पहले बात करते है मेजर ध्यानचंद की 

हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद (Dhyan chand) का जन्मदिन देशभर में खेल दिवस (National Sports Day) के रूप में मनाया जाता है. ध्यानचंद की हॉकी के खेल में इस कदर महारत थी कि वे जब गेंद लेकर विपक्षी गोल क्षेत्र की ओर बढ़ते थे तो विरोधियों को गेंद छुड़ाना लगभग असंभव हो जाता था. ऐसा लगता था कि गेंद उनकी स्टिक से चिपक गई हैं. उनके ड्रिबलिंग के कौशल से विपक्षी टीमें खौफ खाती थीं. महान ध्यानचंद ने तीन ओलिंपिक खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व किया और तीनों ही बार भारत ने स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया.

पढे एनडीटीवी स्पोर्ट्स का यह लेख 

 

दरअसल देखा जाये तो भारत के खेलो मे शतरंज सबसे ज्यादा उपलब्धि लाने वाले खेल है फिर भी खेलों के विभिन्न पैमानो के चलते भारतीय शतरंज खिलाड़ियों को खेल सम्मान उतना नहीं मिलता जितना की क्रिकेट खिलाड़ियों को या कई अन्य खेलो को क्यूंकी शतरंज ओलंपिक खेल नहीं है इसे इसका नुकसान उठाना पड़ता है पर क्रिकेट के साथ भी कुछ ऐसा ही है पर चूकी क्रिकेट को चाहने वाले इस देश मे बहुत है इसके लिए नियमों मे खास बदलाव किए गए है पर शतरंज के लिए अब इन बदलावो को लाने की आवशयकता है । हालांकि ऐसा नहीं है की भारतीय शतरंज खिलाड़ियों को यह अवार्ड नहीं मिले आइये नजर डालते है 

भारत के सर्वोच्च खेल पुरुष्कार 1992 से शुरू हुए और इस पाने वाले पहले खिलाड़ी खिलाड़ी बने थे विश्वनाथन आनंद हालांकि जब आनंद को यह पुरुष्कार दिया गया तब वह विश्व चैम्पियन नहीं थे और उन्होने कुछ वर्ष पूर्व विश्व जूनियर शतरंज चैंपियनशिप जीती थी ।

2007 में आनंद को विश्व चैम्पियन बनने के बाद भारत के दूसरे सर्वोच्च नागरिक पुरुष्कार पदम विभूषण से सम्मानित भी किया गया और वह यह पुरुष्कार पाने वाले पहले खिलाड़ी बने । तत्कालीन राष्ट्रपति श्रीमति प्रतिभा पाटिल नें उन्हे यह सम्मान प्रदान किया था उम्मीद है एक दिन उन्हे "भारत रत्न" भी दिया जाएगा 

वर्तमान में विश्व टॉप 20 में शामिल भारत के पेंटाला हरीकृष्णा को विश्व जूनियर चैंपियनशिप जीतने के बाद 2006 में अर्जुन अवार्ड दिया गया था हालांकि उसके बाद उनके नाम पर और कोई अवार्ड नहीं दिया गया । हरीकृष्णा नें भारत के लिए एशियन गेम्स में भी स्वर्ण पदक जीता है 

हैरानी की बात है की भारत के नंबर 3 और 2718 रेटिंग के विदित गुजराती को अब तक इस सूची में नहीं है शायद यहाँ पर हमारे खेल के संबंध में नए नियमो की आवशयकता है जो शतरंज में रेटिंग को भी महत्व दे सके और विदित अर्जुन अवार्ड पाने के हकदार साफ नजर आते है 

विश्व जूनियर चैम्पियन रह चुके अभिजीत गुप्ता भी अर्जुन अवार्ड का सम्मान पा चुके है तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी से प्राप्त करते  हुए 

भारत के शीर्ष खिलाड़ियों मे शामिल सूर्या शेखर गांगुली और शशिकिरण भी अर्जुन अवार्ड प्राप्त कर चुके है 

भारतीय टीम के तो महत्वपूर्ण खिलाड़ी 2700 रेटिंग भी छू चुके  अधिबन भास्करन और भारत की ओलंपिक मेडल जीतने वाली टीम में शामिल रहे सेथुरमन अभी तक यह अवार्ड का लायक नहीं समझे गए ये बात थोड़ा चौंकाती है । 

भारतीय महिला शतरंज की दोनों शीर्ष खिलाड़ियों कोनेरु हम्पी और हरिका द्रोणावल्ली को अर्जुन अवार्ड और पदम श्री से नवाजा जा चुका है 

तनिया सचदेव भी अर्जुन पूरुष्कार हासिल करने वाले शतरंज खिलाड़ियों में शामिल है 

पर शतरंज ओलंपियाड व्यक्तिगत स्वर्ण पदक विजेता और 5 बार की राष्ट्रीय चैम्पियन पद्मिनी राऊत का अब तक यह पूरुष्कार नहीं दिया गया है और यहाँ पर शतरंज ओलंपियाड के महत्व को खेल मंत्रालय भारत सरकार द्वारा स्वीकार किए जाने की जरूरत है 

 

दरअसल शतरंज की तरह क्रिकेट भी ओलंपिक खेल नहीं पर उसे एक खास खेल की तरह इन अवार्ड की सूची मे रखा गया है और उसके खिलाड़ियों  के लिए मापदंड भी अलग है ऐसे मे शतरंज के लिए भी कुछ अलग नियम जैसे ओलंपियाड का प्रदर्शन रेटिंग का उच्च स्तर ,एशियन चैंपियनशिप , विश्व टीम चैंपियनशिप जैसे खेलो को शामिल किए जाने की जरूरत है !

उम्मीद है आगे हमारे और नवोदित खिलाड़ियों को जरूर यह अवार्ड दिया जाएगा ! सभी को खेल दिवस की शुभकामनाए ! जय हिन्द !