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बातुमी शतरंज ओलंपियाड़ - क्या भारत जीतेगा "गोल्ड"

by Niklesh Jain - 31/08/2018

वैसे तो शतरंज ओलंपियाड का आयोजन सबसे पहले सन 1923 में पेरिस से शुरू हुआ पर इसे अधिकृत मान्यता मिली 1927 में लंदन में हुए आयोजन से जिसे सबसे पहले हंगरी ने जीता था और इसमें 16 टीमों नें भाग लिया था। भारतीय टीम नें पहली बार अर्जेंटीना में हुए 23वे शतरंज ओलंपियाड में भाग लिया और टीम इसमें 15 वे स्थान पर रही । इस ओलंपियाड में कुल 32 टीमों नें भाग लिया था । तब से लेकर अब तक भारतीय टीम का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2014 में नॉर्वे में हुए शतरंज ओलंपियाड में रहा जहां टीम नें कांस्य पदक जीता था ,जबकि पिछले बार बाकू में टीम काफी करीब आकर पदक से चूक गयी थी इस वर्ष 184 देशो की प्रतिभागिता के बीच भारत को स्वर्ण पदक का प्रमुख दावेदार माना जा रहा है देखना होगा पूर्व विश्व विजेता विश्वनाथन आनंद ,पेंटाला हरिकृष्णा , विदित गुजराती ,कृष्णन शशिकिरण और अधिबन भास्करन जैसे दिग्गज खिलाड़ियों से सजी अब तक की सबसे मजबूत भारतीय शतरंज टीम अपने बेहतरीन माने जाने वाले कोच आरबी रमेश के साथ मिलकर क्या  एक स्वर्णिम इतिहास रचेगी ! भारतीय पुरुष टीम पर एक खास रिपोर्ट । 

1927 में लंदन में हुए पहले शतरंज ओलंपियाड का एक दृश्य !( फोटो - विकिपीडिया )

 

भारतीय पुरुष शतरंज टीम पर खास रिपोर्ट !

बातुमि जॉर्जिया में 43 वे विश्व शतरंज ओलंपियाड की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है और भारतीय शतरंज टीम से इस बार इतिहास रचने की उम्मीद देश नें लगा रखी है । विश्व शतरंज चैंपियनशिप द्वारा टीमों की घोषणा के साथ ही अब सारी टीम अपनी तैयारी में जुट गयी है ।

वैसे देखा जाये तो 5 वी वरीय भारतीय से पदक की उम्मीद करना तो स्वाभाविक भी है 

अनुभव का खजाना ! आनंद !बस नाम ही काफी है !

भारतीय टीम के लिए इस बार विश्वनाथन आनंद का टीम में आना एक बड़ा बदलाव है और देखना होगा की क्या आनंद लगभग अपने इस ओलंपियाड में भारत को सोना दिलाकर देश को एक और गौरव का क्षण देंगे । इस वर्ष आनंद 49 वर्ष के हो जायेंगे और आगे वह ओलंपियाड में खेलेंगे या नहीं यह कहा नहीं जा सकता तो आनंद भी इस मौके की अहमियत अच्छे से समझते है । आनंद के टीम में होने से टीम को बड़ी टीम के खिलाफ अनुभव ,आत्मविश्वास तो मिलेगा ही , रणनीति बनाने में  भी उनकी मुख्य भूमिका होगी । 

लगभग एक दशक के बाद भारतीय टीम शतरंज में वापस लौटे 5 बार के क्लासिकल शतरंज विश्व चैम्पियन विश्वनाथन आनंद के आने से टीम में एक नया जोश नजर आ रहा है ,
आनंद मौजूदा विश्व रैंकिंग में 2771 अंको के साथ द्सवे स्थान पर लौट आए है और विश्व शतरंज ओलंपियाड के पहले यह भारत के लिए अच्छा संकेत है 

आनंद के अलावा 2743 रेटिंग पर जा पहुंचे पिछले शतरंज ओलंपियाड के स्टार खिलाड़ी पेंटला हरिकृष्णा से भी भारत पहले जैसे प्रदर्शन की उम्मीद लगाए हुए है 

स्टार खिलाड़ी हरिकृष्णा - फिर से चमत्कार की उम्मीद !

बाकू में हरीकृष्णा नें कार्याकिन ,ममेद्यारोव जैसे दिग्गजों को पराजित किया था तो कार्लसन , करूआना , अनीश गिरि और माइकल एडम्स जैसे दिग्गजों को बराबरी पर रोका था अगर उन्होने कुछ ऐसा ही कमाल बातुमी में किया तो पदक भारत से दूर नहीं रहेगा !!

बाकू मे हुए पिछले शतरंज ओलंपियाड में हरीकृष्णा नें अपने प्रदर्शन से टीम का शानदार नेत्तृत्व किया था उन्होने 2831 का प्रदर्शन कर टीम को आगे ले जाने में मदद की थी 

2016 में भारतीय टीम पदक के बेहद नजदीक आकर चौंथे स्थान पर रही थी पर खिलाड़ियों नें शानदार खेल से भारत की क्षमता का परिचय दुनिया से कराया था 

हमारा तुरुप का इक्का ! विदित !ऊर्जा का खजाना !

पिछले बार 2786 का प्रदर्शन करने वाले विदित अब खुद एक बड़े खिलाड़ी बन गए है । 2700 का आंकड़ा पार करने के बाद उनके खेल में और निखार आया है और जैसा की उनका खेल है विदित हमें बड़े मौको में बड़ी जीत दर्ज करके दे सकते है , आनंद और हरिकृष्णा की मौजूदगी उन्हे अच्छा करने के लिए प्रेरित तो करेगी ही । 

भारत की नयी सनसनी और बेहद प्रतिभाशाली विदित गुजराती नें अपने पिछले ओलंपियाड के शानदार प्रदर्शन से लेकर अब तक खुद को एक और अनुभवी और मजबूत खिलाड़ी के रूप में बदला है अब 2711 रेटिंग के विदित इस चैंपियनशिप में भारत के लिए उसका एक बड़ा हथियार होंगे । एक मैच विजेता होने और एक युवा ऊर्जा से भरे विदित भारत के स्वर्ण पदक के दावे के एक मजबूत आधार है !!

जो कभी हार ना माने नाम है - भास्करन अधिबन !

भारतीय शतरंज जगत ही नहीं विश्व शतरंज में में भास्करन अधिबन का नाम एक ऐसे खिलाड़ी के रूप में जाना जाता है जो कभी किसी भी स्थिति में हार नहीं मानता , जो कोई भी प्रयोग कर किसी भी दिग्गज खिलाड़ी को चौंका सकता है । टाटा स्टील में कार्लसन तक के दांत खट्टे कर चुके अधिबन के लिए पिछला कुछ समय उतना अच्छा नहीं रहा और वह 2700 अंक छूते छूते रह गए ।

एक बार फिर अधिबन से कुछ बड़े की उम्मीद होगी और यकीन मानिए अधिबन पूरा ज़ोर लगाएंगे !

भारतीय टीम के राहुल द्रविड़ - कृष्णन शशिकिरण !

भारतीय टीम की ओर से सबसे ज्यादा मैच खेलने वाले कृष्णन शशिकिरण नें एक बार फिर वापसी की राह पकड़ी है और एक बार फिर 2700 अंक की ओर उनका सफर आगे बढ़ चला है । वह हमेशा एक टीम के खिलाड़ी के तौर पर जाने जाते है । उनकी मौजूदगी में ही टीम नें कांस्य पदक हासिल किया था तो इस बार फिर उनका अच्छा खेल भारत को उसकी टीम में बदलाव करते रहने का एक शानदार अवसर देगा । उम्मीद है वह शानदार खेल दिखाएंगे !!

शशिकिरण का टीम में होना भारतीय टीम को एक ऐसी टीम बना रहा है जिसमें कोई भी खिलाड़ी कभी भी दूसरे का स्थान लेने में सक्षम है 

भारत के गुरु द्रोणाचार्य - आर बी रमेश - क्या पूरा करेंगे सपना !!

ग्रांड मास्टर आरबी रमेश का नाम अब दुनिया के सबसे बेहतरीन कोच में लिया जाता है और ऐसा हो भी क्यूँ ना उन्होने बार बार इसे साबित किया है । और जब इस बार उन्हे अब तक की सबसे बेहतरीन भारतीय टीम को प्रशिक्षित करने का मौका मिला है उम्मीद है वह टीम को सबसे बेहतरीन परिणाम देने के लिए प्रेरित करेंगे । 

भारतीय टीम को 2723 औसत रेटिंग के आधार पर 5 वी वरीयता दी गयी है और टीम के नॉन प्लेइंग कप्तान और कोच आरबी रमेश के साथ टीम बातुमि के लिए अपने मिशन की तैयारी शुरू कर चुकी है भारत से आगे फिलहाल पहली वरीयता प्राप्त सितारों से सजी 2777 औसत रेटिंग वाली अमेरिका की टीम है जिसमें नाकामुरा ,करूआना और वेसली सो जैसे दिग्गज शामिल है । क्रामनिक ,कार्याकिन ,और नेपोमनियची के साथ 2772 औसत रेटिंग के साथ रूस की टीम को दूसरी वरीयता दी गयी है । तीसरी वरीयता 2752 औसत रेटिंग वाली चीन की टीम को मिली है जबकि 2742 औसत रेटिंग वाली अजरबैजान की टीम को चौंथी वरीयता दी गयी है ।

 

जल्द ही भारतीय महिला टीम पर हम लेकर आयंगे एक खास रिपोर्ट !